
किसी ने मोहबत लिखी ,
तो किसी ने करार लिखा |
हमने अपने शेर में ,
सिर्फ तेरा इतंजार लिखा |
मत हो दिल तू यु परेशान ,
वो तुझे छोड़कर कही नही जाएगी |
वो खफा है इस वक्त का खुद से ,
पर तेरे समझाने से जरुर समझ जाएगी |
गलती हुई है हमसे की,
उसे जान से ज्यादा चाहने लगे|
क्या पता था , की मेरी इतनी परवाह ,
उसे लापरवाह कर देगी |
मोहबत जीत जाएगी ,
अगर तूम मान जाओ तो|
मेरे दिल में तुम ही तुम हो,
अगर तूम जान जोओ तो|
दिल लगाना नहीं है अब तुमरे बिना |
खामोश से रहने लगे है तुम्हरे बिना |
जल्दी लौट के आओ अब यही चाह है|
वरना जिय ना पायेंगे तुम्हारे बिना |
मोहब्बत के लिए एक
जिंदगी कम पड़ गयी होगी|
तभी तो सात जन्मो का
खुदा ने बंधन कर दिया |
आँखो सेआँखो मिला गया कोई,
दिल की कलिया खिला गया कोई ,
दिल कि धड़कन यु बेताब न थी
मुझको दीवाना बना गया कोई..!!