
सोचा था आज तेरे सिवा कुछ और सोचूं ,
अभी तक इस सोच में हूँ , की और क्या सोचूं ?
तुमारी दुनिया में हम जैसे हजारो होंगे |
लेकिन मेरे दुनिया में ,
तुम्हरे सिवा कोई नहीं है |
वो मेरे दिल पर सिर रखकर सोई थी वेखबर |
हमने धडकन ही रोक ली की,
कही उसकी नीद ना टूट जाए|
तजुर्बा कहता है ,
मोहब्बत से किनारा कर लू |
और दिल कहता है ,
ये तजुर्बा दुबारा कर लू |
उस शख्स से मोहब्बत करना भी,
हर दिन मरने जैसा है|
जिसे आपके होने या नहीं होने से ,
कोई फर्क नहीं पड़ता |
जो बदल जाये वो यार कैसा ?
जो छोड़ जाये वो साथ कैसा ?
लोग कहते है तुझे प्यार फिर से हो जायेगा ,
लेकिन जो फिर से हो जाये ,
वो प्यार कैसा ?
दास्तां है ये प्यार की ,
ना जाने कौन समझता है |
दो दिल मिल ही जाते है,
जब प्यार सच्चा होता है|
Hi Nice shayari