
ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया,
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया,
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त,
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया..!!
काश वो समझते इस दिल की तड़प को,
तो हमें यूँ रुसवा न किया जाता,
यह बेरुखी भी उनकी मंज़ूर थी हमें,
बस एक बार हमें समझ तो लिया होता।
वो जो हमसे नफरत करते हैं,
हम तो आज भी सिर्फ़ उन पर मरते हैं,
नफ़रत है तो क्या हुआ यारों,
कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं..!!
जब रिश्ता नया होता है तो,
लोग बात करने का बहाना ढ़ुंढ़ते है,
और जब वही रिश्ता पुराना हो जाता है,
तो लोग दूर होने का बहाना ढूढ़ते है..!!
तुम्हारी याद के साए मेरे दिल के अँधेरे में,
बहुत तकलीफ देते हैं मुझे जीने नहीं देते,
अकेली राह में हमराह कोई मिल तो जाता है,
मगर कुछ दर्द हैं जो दिल बहलने नहीं देते..!!
आज जिंदा है कल गुजर जाएंगे,
कौन जानता है कब बिछड़ जाएंगे,
नाराज़ न होना मेरी शरारतों से ए मेरे दोस्त,
ये वो पल है जो कल बहुत याद आएंगे..!!
तेरे सिवा कोई मेरे जज़्बात में नहीं,
आँखों में वो नमी है जो बरसात में नहीं,
पाने की कोशिश तुझे बहुत की मगर,
तू एक लकीर है जो मेरे हाथ में नहीं..!!