
कल तक सिर्फ एक अजनबी थे तुम ,
आज दिल की एक एक धड़कन पर
हुकूमत है तुम्हारी …
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
कर दे नज़रे करम मुझ पर,
मैं तुझपे ऐतबार कर दूँ,
दीवाना हूँ तेरा ऐसा,
कि दीवानगी की हद को पार कर दूँ,
मुहब्बत की इन्तिहां न पूछिये, इस प्यार की वजह न पूछिये,
हर सांस मे समाये रहते हो.. कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये।
नशे में भी तेरा नाम लब पर आता है
चलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैं
दर्द सा दिल में उठता है मेरे
हसीं चेहरे पर भी दाग नजर आता है
प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं,
कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं,
बेरुख़ी इस से बड़ी और भला क्या होगी,
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं।
मत पूछ ये की मैं तुझे भुला नहीं सकता
तेरी यादों के पन्ने को मैं जला नहीं सकता
संघर्ष यह है कि खुद को मारना होगा
और अपने सुकून की खातिर तुझे रुला नहीं सकता
सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता है
बातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं
सिर्फ चेहरे की उदासी से
भर आये तेरी आँखों में आँसू,
मेरे दिल का क्या आलम है
ये तो तू अभी जानता नहीं।
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूछ ही लिया करो
मालूम हमे भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते|
सुना है बहुत बारिश हुई है तुम्हारे शहर में
ज्यादा भीगना मत
अगर धूल गई सारी गलतफहमियां
तो बहुत याद आयेंगे हम !!
यारो जो कभी हमारी आंखों में
एक आंसू भी नही देखा करता था,
अफसोस आज वही हमारी
बहते आंसुओं की बजह है.
अगर बिछड़ने से मुस्कुराहट लौट आये तुम्हारी,
तो तुम्हे हक है की मुझसे दूरियां बना लो.
ना समझो कि हम आपको भुला सकेंगे,
आप नही जानते की दिल मे छुपा कर रखेंगे,
देख ना ले आपको कोई हमारी आँखों मे दूर से,
इसलिए हम पलके झुका के रहेंगे.
बनके अजनबी मिले है ज़िंदगी के सफर में,
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं,
अगर याद करना फितरत है आपकी,
तो वादा है हम भी आपको भुलायेंगे नहीं
चाहा ना उसने मुझे बस देखता रहा,
मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में,
बस किनारे पर बैठा पत्थर फेंकता रहा.
दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है,
रह रह कर इसमें चुभता कौन है,
एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना,
देखते है इस बार पहले टूटता कौन है.
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता,
टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता,
अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ,.
मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता
दिल के समुन्दर में एक गहराई है,
उसी गहराई से तुम्हारी याद आई है,
जिस दिन हम भूल जाये आपको,
समझ लेना हमारी मौत आई है.
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी.
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी.
हज़ारो बातें मिल कर एक राज़ बनता है,
सात सुरों के मिलने से साज़ बनता है,
आशिक़ के मरने पर कफ़न भी नहीं मिलता,
और हसीनाओ के मरने पर ताज़ बनता है.