
एक उम्मीद मिली थी तुम्हारे आने से अब वो भी टूट गई,
वफादारी की आदत थी हमें अब शायद वो भी छूट गई,
क्या-क्या नहीं किया मैंने तेरी एक मुस्कान के लिए,
फिर भी अकेला छोड़ दिया उस अनजान के लिए..!!
भले ही किसी गैर की जागीर थी वो,
पर मेरे ख्वाबों की भी तस्वीर थी वो,
मुझे मिलती तो कैसे मिलती,
किसी और के हिस्से की तकदीर थी वो..!!
बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से..!!
गलत कहते है लोग की,
जो प्यार सच्चा होता है,
वो जरूर मिलता है,
वो सच में कभी नहीं मिला.
मैं आज भी उसके लिए सोता हू,
जो मुझे छोड़ के गयी,
प्यार तोह बोहोत है,
लेकिन उम्मीद रखनी छोड़ दी
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चले कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे,
तो कैसे पता चले कि प्यार क्या होता है..!!
टूटा दिल और धड़कन को एहसास ना हुआ,
पास होकर भी वो दिल के पास न रहा,
जब दूर थी तो,जान थी मेरी,
आज जब हम क़रीब आये तो वो एहसास ना रहा..!!
वो छोड़ के गए हमें,
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी,
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी..!!
मैं सोचा करता था,
कोई किसी को बदल कर,
कैसे बदल सकता है,
अब समझ आया जिसे तू बदल गया.
आइने में अक्सर जो अक्स नज़र आता है,
खुद से लड़ता हुआ एक शख़्स नज़र आता है,
वो किसी बात पे खुद से खफा लगता है,
नाकाम मोहब्बत का नक्श नजर आता है..!!
आज फिर किसी का गम अपना बनाने को जी करता है,
किसी को दिल में बिठाने को जी करता है,
आज दिल को क्या हुआ खुदा जाने,
बुझती हुई शमा फिर जलाने को जी करता है..!!